मरता मर जाएगा लेकिन बरसात का पानी ही पीएगा बंबीहा

हमारे आसपास हम अनेक प्रकार के और बहुत सुंदर पक्षी देखते हैं।कई पक्षी हमारे रोजाना जीवन में हमे मिलते जुलते हैं और कुछ पक्षी हमे कभी कभी दिखते हैं।कुछ पक्षी ऋतु बदलने पर अपना ठिकाना बदल लेते हैं।कुछ पक्षियों का रंग हमे बड़ा प्यारा लगता है और कुछ पक्षियों की आवाज बड़ी प्यारी होती है। हर एक पक्षी की अपनी अपनी अलग विशेषता होती है।जैसे मोर पैल पाता है बाज़ बहुत जांबाज़ शिकारी है।credit: third party image reference

आज हम बात करेंगे बंबीहा की जिसे पपीहा भी कहा जाता है। यह पक्षी दक्षिण एशिया में पाया जाता है। अलग अलग जगह और इलाकों में इसका आकार रंग और नाम अलग अलग होता है। यह एक शिक्करा पक्षी की तरह दिखता है लेकिन इसका आकार उससे छोटा होता है।यह आम तौर पे काला और सफेद रंग का होता है।इसकी आवाज़ बहुत ही प्यारी होती है। इसकी आवाज़ से सुर पैदा होते हैं।

पंजाब के लोक गीतों में बंबीहा का बहुत जिक्र आता है।यह चैत और भादों के महीनों में ज्यादा दिखता है और इसका जिक्र भी इन्हीं महीनों के दौरान होता है।

कहते हैं कि बंबीहा जब सुर निकालता है तब वह अपने पी मतलब के अपने साथी को आवाज़ देता है इसलिए इसको पापीहा भी कहा जाता है।लेकिन पंजाबी में बंब का मतलब पानी और ईहा का मतलब इच्छा होता है जिससे यह कहते हैं के पानी की इच्छा।

बंबीहा पेड़ों पर रहता है और कीड़े मकोड़े खाता है। यह बरसात के मौसम में ज्यादा दिखता है।यह अपना घोंसला नहीं बनाता बल्कि दूसरे पक्षिओं के घोंसलों में अंडे देता है और बच्चे निकालता है।credit: third party image reference

इसकी सबसे अलग विशेषता यह है के इसकी चोंच बाकी पक्षिओं की तरह नहीं होती इस लिए यह उनकी तरह पानी भी नहीं पी सकता। इस लिए यह बरसात का इन्तजार करता है और आसमान में बादल घिर आने पर खुश हो जाता है।इसका जिक्र सिख गुरुओं की बानी में भी आता है।यह जब बरसात आने वाली होती है तक अपनी चोंच ऊपर की तरफ करके बैठ जाता है और बरसात का पानी पीता है। यही इसकी मुख्य विशेषता है कि यह मर जाएगा लेकिन बरसात का पानी ही पिएगा। यह किसी तालाब नदी से पानी नहीं पीता क्यों कि इसकी चोंच की बनावट ऐसी है कि यह पानी पी ही भी सकता।कुछ लोग यह भी कहते हैं कि यह अपने सिर में से पानी पीता है।इसके सिर ऊपर एक बोदी होती है जब बरसात होती है यह बरसात में बैठ जाता है और पानी पीता है।credit: third party image reference

सचमुच हमारे आसपास बहुत अनोखे और प्यारे जीव जंतु रहते हैं लेकिन हम उनको पहचानते ही नहीं क्यों कि हम इस तरफ कभी ध्यान ही नहीं देते।

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