आज के दिन ही युवराज सिंह ने कहा था क्रिकेट को अलविदा

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भारतीय क्रिकेट का जब जिकर होगा तब एक नाम हमेशा लिया जाएगा वो नाम है सिक्सर किंग युवराज सिंह। युवराज सिंह ने आज के ही दिन क्रिकेट को अलविदा कहा था। युवराज सिंह ने भारत के लिए 400 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। युवराज सिंह एक महान खिलाड़ी थे। युवराज सिंह ने भारत के लिए अपना पहला मैच 2000 में खेला था । वो 2017 तक भारतीय क्रिकेट टीम में रहे और भारतीय क्रिकेट को नई बुलंदियों तक पुहचाया। युवराज सिंह यहां एक बहुत ही शानदार बल्लेबाज थे वहीं वह शानदार फील्डर भी थे।

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उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग स्तर को बहुत ऊंचा उठा दिया था। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और स्पिन गेंदबाजी भी करते थे। युवराज सिंह ने मुश्किल समय भारतीय टीम को अपनी गेंदबाजी से मैच जितवाए हैं। फील्डिंग करते समय वह 25 से 30 रन बचा लेते थे।फील्डिंग में वो भारत के सबसे अच्छे फील्डर थे । उनको भारत का जोंटी रोड्स कहा जाता था। बल्लेबाजी में उनके छक्कों का कोई मुकाबला नहीं था। वो लंबे लंबे छक्के लगाते थे । 20-20 विश्व कप में एक ही ओवर में इंग्लैंड के खिलाफ 6 छक्कों का रिकार्ड युवराज सिंह के ही नाम है। एक ओवर में 6 छक्कों का रिकार्ड सबसे पहले युवराज सिंह ने ही बनाया। युवराज सिंह को सिक्सर किंग भी कहा जाता है।

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विश्व कप 2011 में तो युवराज सिंह ने वो कर दिखाया जिसका भारत को कई सालों से इंतजार था। विश्व कप 2011 में वो मैन आफ सीरीज रहे। युवराज सिंह ने अपने बल्ले और गेंद से विश्व कप भारत की झोली में डाल दिया। पूरे टूर्नामेंट में युवराज सिंह शाए रहे। उनकी फिल्डिंग बल्लेाज़ी और गेंदबाजी का अंदाज़ देख कर पता चलता था के वो इस बार इतिहास सिरजेंगे ।

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वही हुआ भारत विश्व चैंपियन बना।

विश्व कप के दौरान ही वह अपने किसी दर्द को छिपा रहे थे। उनके मुंह से खून आ रहा था। लेकिन फिर भी वे खेले । विश्व कप के बाद पता चला के उसे कैंसर है। पूरे क्रिकेट प्रेमी मायूस हो गए। दुआओं का दौर शुरू हुआ। वह अपना इलाज कराने अमरीका चले गए। अपने जज्बे और साहस की बदौलत वह ठीक भी हो गए और भारतीय टीम में वापसी भी की। बहुत सारे मैच वापसी के बाद खेले। लेकिन पता नहीं क्यों बोर्ड को वह अब अच्छे नहीं लग रहे थे।

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लगातार उनकी अनदेखी हुई। वह इस बात को जान गए। फिर आज के ही दिन उन्हों ने एक बड़ा प्रोग्राम अयोयत किया और मीडिया को भी बुलाया। वह भरे मन से क्रिकेट को अलविदा कह गए। उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे । उनका दर्द जुबान पर भी आया। सब कुछ सबके सामने आ गया। लेकिन अब कभी भी सिक्सर किंग के छक्कों का लुत्फ कोई नहीं उठा सकेगा। उनको हमेशा बिग फाइटर और सिक्सर किंग के नाम से याद किया जाएगा। credit: third party image reference


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