जिन्दगी जिंदाबाद

जिन्दगी मौत ना बन जाए संभालो यारो

कहते हैं कि जिन्दगी चार दिन की है और बड़ी जल्दी गुज़र जाती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है । जिन्दगी में जब अच्छा समय होता तो ये बहुत जल्दी जल्दी गुजरता है तो ऐसा लगता है कि जिन्दगी बड़ी छोटी है और जब समय अच्छा नहीं होता या कोई मुसीबत आ जाती है तो वह समय गुजरता ही नहीं। तब ऐसा लगता है कि जिन्दगी रुक सी गई है। जिन्दगी में समय एक जैसा रहता भी नहीं। यह कभी खुशी और कभी गमी लेकर आता है। 

जिन्दगी क्या है? जिन्दगी जीवन है । जिन्दगी जीने का नाम है। इस में सुख दुख का सुमेल होता है। कभी हम पास होते हैं और कभी फेल भी हो जाते हैं। कभी हारना भी पडता है और कभी जीत मिल जाती है।

हार को बर्दाश्त करना और जीत को पचाना आना चाहिए। जीत की खुशी मनानी चाहिए। मगर इतनी नहीं के हराने वालो का दिल तोड़ दें। हार कर दिल जीतना आना चाहिए । जीत कर भी दिल जीतना आना चाहिए। जीतना मुश्किल नहीं दिल जीतना मुश्किल है । यही जिन्दगी है दिल जीतना ।

अब जिन्दगी में in पैसे का बहुत महत्व है। ऐसा लगता है के पैसा नहीं तो बस जिन्दगी ख़तम । नहीं पैसा जिन्दगी में बहुत कुछ होता है लेकिन सब कुछ नहीं। बहुत सारी खवाश्यों पैसा पूरी करता है । बहुत सारी इच्छाएं पैसा पूरी नहीं कर सकता । हमारे पास बहुत सारी सहुलतें होती हैं जो किसी पास नहीं होती। जिन्दगी में हमारे पास कितना है उसका कोई महत्व नहीं । महत्व है हम कितनी सहुलतो का आनंद लेते हैं । 

कभी कभी हम जिन्दगी अच्छी बनाने के चक्कर में इतना दूर निकल जाते हैं कि जब तक मूड के आते हैं जिन्दगी ही खत्म हो जाती है। 

जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के चक्कर में नरक भोगते हैं और जिन्दगी गुज़र जाती है। दोस्तो जिन्दगी को जीना शुरु करदो। क्या पता कब जिन्दगी का समय समापत हो जाए। एक शेयर याद आ रहा है

"कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता,

कभी जमीं तो कभी आसमां नहीं मिलता।।

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